इस Article में हम आपको जानकारी देंगे कि Professional Tax क्या होता है, प्रोफेशनल टैक्स भुगतान की प्रक्रिया और अगर आप प्रोफेशनल टैक्स का भुगतान नहीं करते है तो आपको क्या नुक्सान हो सकता है |

what is professional tax

बहुत सारे वेतनभोगी कर्मचारी  ” Professional Tax ” के अर्थ के बारे में जानते है लेकिन बहुत से लोगो को नहीं पता होता की उनकी आय पर  payslips/ form 16 छूट के रूप में क्यों होती है | Professional Tax एक Indirect Tax होता है | जो व्यावसायिक लोग और वेतनभोगी लोग होते है  जैसे की चार्टेड अकाउंटेंट, डॉक्टर, वकील व अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में कार्यरत होते है, उनको Professional Tax भरना जरूरी होता है |

जैसा की इसके नाम से पता चल रहा है की यह profession पर लगता है, परन्तु ऐसा बिलकुल नहीं है, यह सभी प्रकार के profession, व्यापार और employments से संबंधित  आय पर लगता है |

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 246  के अनुसार,  Parliament यह अधिकार रखता है जिसके अंतर्गत वह आय पर लगने वाले कर से संबंधित  कानून व नियम बनाता है | राज्य केवल state list और concurrent list से संबंधित कानून बनाने का अधिकार रखता है | जबकि  प्रोफेशनल टैक्स एक ऐसा कर है जो State government द्वारा लगाया है | भारतीय   संविधान के अनुच्छेद 276 के अनुसार, State Goverment Professional Tax से संबंधित  कानून और नियम बनाती है, जिसमे सभी प्रकार के Profession, व्यापार और employment को शामिल करती है | यह ध्यान रखने योग्य बात है की Professional टैक्स की amount को IncomeTax Act, 1961 के अनुसार deduction प्राप्त करने में प्रयोग की जा सकती है और कर घटा दिया जाता है|

 

Professional Tax की दर

Professional Tax State Government द्वारा लगाया जाता है इसलिये अलग – अलग राज्यों में प्रोफेशनल टैक्स की दर अलग – अलग होती है | प्रत्येक राज्य में अपने – अपने कानून नियम होते है जिस दर से  प्रोफेशनल टैक्स लगाया जाता है | इसके अलावा संविधान  के अनुच्छेद 276 के अनुसार, State government Professional Tax लगाने का अधिकार रखती है साथ ही इसकी अधिकतम सीमा भी तय करता  है जो की 2500 है | इससे ज्यादा कोई भी राज्य सरकार एक व्यक्ति से प्रोफेशनल टैक्स नहीं ले सकती | Professional Tax का भुगतान चालान न. 8 से किया जाता है |

 

Professional Tax pay करने वाला व्यक्ति

कर्मचारी से संबंधित प्रोफेशनल टैक्स में नियोक्ता वह व्यक्ति होगा जो उसका Tax काटेगा और State Governmant को अदा करेगा | नियोक्ता को इसके लिए rgister होना जरूरी है और अपने  Profession व्यापार पर प्रोफेशनल टैक्स अदा करने के लिए Professional Tax registration Certificate और उसके कार्मचारीयो का Professional Tax काटने और जमा करने के लिए Professional Tax Enrolment Certificate दोनों  ही जरूरी है |

 

वह व्यक्ति जिसको State Government के कानून व नियमों के अनुसार Peofessional Tax नहीं देना होता उसको एक महीने के अंदर Professional Tax Authority से Exemption Certificate लेना होता है | उस मामले में उस व्यक्ति की नियुक्ति किसी निर्धारित कम्पनी में होती है तब नियुक्ति के बाद पे रोल पर रखे जाने का प्रमाण- पत्र प्राप्त रहता है | दिमागी तौर पर बीमार व्यक्ति और जिसको दिखाई  ना देता हो इस प्रकार के व्यक्ति exemption के अंदर आते  है |

 

Professional Tax अदा कैसे करे

यह फिर से पूरी तरह राज्य सरकार पर निर्भर करता है  की यह online या offline भरा जाए | Rajkot Municipal Corporation ने Professional  Tax को  Online जमा करना शुरू किया | इससे सरकारी ऑफ़िस में खुद ना जाकर इसे जमा कर सकते है | इसके साथ ही यह भी पता चल जाता है की Municipal Corporation Net Banking की सुविधा दे रहा है |

 

Income Tax और Professional Tax

बहुत से लोग  प्रोफेशनल टैक्स को Income Tax से मिलता जुलता मानते है |  Income Tax की धारा 16 के अनुसार वेतनभोगी कर्मचारियों को प्रोफेशनल टैक्स के रूप में भुगतान की गयी राशि का deduction Income Tax में मिल जाता है |

 

राज्य सरकार की आय का साधन

Professional Tax की अधिनियम की सूची 1 के अंतर्गत जिस जिस व्यक्ति को प्रोफेशनल टैक्स अदा करने का उत्तरदायी माना गया है उसे विभिन्न category के अलग अलग tax की 21 श्रेणियों में रखा गया है| प्रोफेशनल टैक्स से होने वाली आय राज्य सरकार की आय का मुख्य स्रोत होता है जिसका प्रयोग राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में किया जाता है | ये योजनाएं मुख्यतः रोज़गार गारंटी जैसी योजनायें होती है |

 

भारत में ये राज्य सरकार Professional Tax  लगाती है

भारत में जो राज्य सरकार प्रोफेशनल टैक्स लगती है वे है आंध्र प्रदेश, असम,छतीसगढ , गुजरात, महाराष्ट्र, मेघालय, मध्य प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्य  हरियाणा, उत्तरप्रदेश | केन्द्र शासित  राज्य  जिसमे दिल्ली व चंडीगढ़ |

 

Professional Tax के नियम ना पालन करने पर नुक़सान

इसमें Professioanl tax की actual amount के साथ साथ Panalty और Panel interest राज्य सरकार के कानून व नियम के अनुसार जमा करने होते है | सभी राज्य सरकार वही panalty lgati है जो उनके प्रोफेशनल टैक्स अधिनियम में होती है | इसके अलावा , जो व्यक्ति आखिरी तय तारीख जमा करने की और return efiling की निर्धारित समय में प्रोफेशनल टैक्स भर देता है उस पर किसी प्रकार की panalty नहीं लगती |

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सभी वेतनभोगी कर्मचारी और Professional Person or व्यापारी और freelencers को प्रोफेशनल टैक्स देना पड़ता है राज्य सरकार द्वारा निर्धारित समय में | इसका किश्तों में भी भुगतान किया जा सकता है | प्रोफेशनल टैक्स राज्य सरकार की योजनाओं को संचालित करने में सहयोग करता है| इसकी Income Tax efiling में भी deduction मिल जाती है | इसको राज्य सरकार द्वारा निर्धारित online/ offline तरीके से जमा किया जा सकता है |